Original

मिथ्योपचरिता ह्येते वर्तमाना ह्यनु प्रिये ।अहितत्वाय कल्पन्ते दोषा भरतसत्तम ॥ ९ ॥

Segmented

मिथ्या उपचरिताः हि एते वर्तमाना हि अनु प्रिये अहित-त्वाय कल्पन्ते दोषा भरत-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
मिथ्या मिथ्या pos=i
उपचरिताः उपचर् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
हि हि pos=i
एते एतद् pos=n,g=m,c=1,n=p
वर्तमाना वृत् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
हि हि pos=i
अनु अनु pos=i
प्रिये प्रिय pos=a,g=n,c=7,n=s
अहित अहित pos=a,comp=y
त्वाय त्व pos=n,g=n,c=4,n=s
कल्पन्ते क्ᄆप् pos=v,p=3,n=p,l=lat
दोषा दोष pos=n,g=m,c=1,n=p
भरत भरत pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s