महाभारतम् — 5.137.3
Original
Segmented
भीष्म उवाच शुश्रूषुम् अनसूयम् च ब्रह्मण्यम् सत्य-संगरम् प्रतियोत्स्यामहे पार्थम् अतो दुःखतरम् नु किम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शुश्रूषुम् | शुश्रूषु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अनसूयम् | अनसूय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
ब्रह्मण्यम् | ब्रह्मण्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
संगरम् | संगर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतियोत्स्यामहे | प्रतियुध् | pos=v,p=1,n=p,l=lrt |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अतो | अतस् | pos=i |
दुःखतरम् | दुःखतर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नु | नु | pos=i |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |