महाभारतम् — 5.133.21
Original
Segmented
ईदृशम् भवती कंचिद् उपायम् अनुपश्यति तत् मे परिणत-प्रज्ञे सम्यक् प्रब्रूहि पृच्छते करिष्यामि हि तत् सर्वम् यथावद् अनुशासनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ईदृशम् | ईदृश | pos=a,g=m,c=2,n=s |
भवती | भवत् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
कंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपायम् | उपाय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनुपश्यति | अनुपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
परिणत | परिणम् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रज्ञे | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
प्रब्रूहि | प्रब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पृच्छते | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
करिष्यामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
हि | हि | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यथावद् | यथावत् | pos=i |
अनुशासनम् | अनुशासन | pos=n,g=n,c=2,n=s |