महाभारतम् — 5.132.10
Original
Segmented
यस्य हि अर्थ-अभिनिर्वृत्त्याम् भवन्ति आप्यायिताः परे तस्य अर्थ-सिद्धिः नियता नयेषु अर्थ-अनुसारिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
अभिनिर्वृत्त्याम् | अभिनिर्वृत्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
आप्यायिताः | आप्यायय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
सिद्धिः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नियता | नियम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
नयेषु | नय | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
अनुसारिनः | अनुसारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |