Original

यावज्जीवं निराशोऽसि कल्याणाय धुरं वह ।मात्मानमवमन्यस्व मैनमल्पेन बीभरः ।मनः कृत्वा सुकल्याणं मा भैस्त्वं प्रतिसंस्तभ ॥ ६ ॥

Segmented

यावज्जीवम् निराशो ऽसि कल्याणाय धुरम् वह मा आत्मानम् अवमन्यस्व मा एनम् अल्पेन बीभरः मनः कृत्वा सु कल्याणम् मा भैः त्वम् प्रतिसंस्तभ

Analysis

Word Lemma Parse
यावज्जीवम् यावज्जीवम् pos=i
निराशो निराश pos=a,g=m,c=1,n=s
ऽसि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
कल्याणाय कल्याण pos=n,g=n,c=4,n=s
धुरम् धुर pos=n,g=m,c=2,n=s
वह वह् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मा मा pos=i
आत्मानम् आत्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s
अवमन्यस्व अवमन् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मा मा pos=i
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अल्पेन अल्प pos=a,g=m,c=3,n=s
बीभरः भृ pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
मनः मनस् pos=n,g=n,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
सु सु pos=i
कल्याणम् कल्याण pos=a,g=n,c=2,n=s
मा मा pos=i
भैः भी pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रतिसंस्तभ प्रतिसंस्तम्भ् pos=v,p=2,n=s,l=lot