Original

श्रुतेन तपसा वापि श्रिया वा विक्रमेण वा ।जनान्योऽभिभवत्यन्यान्कर्मणा हि स वै पुमान् ॥ २२ ॥

Segmented

श्रुतेन तपसा वा अपि श्रिया वा विक्रमेण वा जनान् यो अभिभवति अन्यान् कर्मणा हि स वै पुमान्

Analysis

Word Lemma Parse
श्रुतेन श्रुत pos=n,g=n,c=3,n=s
तपसा तपस् pos=n,g=n,c=3,n=s
वा वा pos=i
अपि अपि pos=i
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
वा वा pos=i
विक्रमेण विक्रम pos=n,g=m,c=3,n=s
वा वा pos=i
जनान् जन pos=n,g=m,c=2,n=p
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
अभिभवति अभिभू pos=v,p=3,n=s,l=lat
अन्यान् अन्य pos=n,g=m,c=2,n=p
कर्मणा कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=s
हि हि pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
पुमान् पुंस् pos=n,g=m,c=1,n=s