Original

यस्य वृत्तं न जल्पन्ति मानवा महदद्भुतम् ।राशिवर्धनमात्रं स नैव स्त्री न पुनः पुमान् ॥ २० ॥

Segmented

यस्य वृत्तम् न जल्पन्ति मानवा महद् अद्भुतम् राशि-वर्धन-मात्रम् स न एव स्त्री न पुनः पुमान्

Analysis

Word Lemma Parse
यस्य यद् pos=n,g=m,c=6,n=s
वृत्तम् वृत्त pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
जल्पन्ति जल्प् pos=v,p=3,n=p,l=lat
मानवा मानव pos=n,g=m,c=1,n=p
महद् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s
अद्भुतम् अद्भुत pos=a,g=n,c=2,n=s
राशि राशि pos=n,comp=y
वर्धन वर्धन pos=a,comp=y
मात्रम् मात्र pos=n,g=n,c=1,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
एव एव pos=i
स्त्री स्त्री pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
पुनः पुनर् pos=i
पुमान् पुंस् pos=n,g=m,c=1,n=s