Original

राजधर्मानवेक्षस्व पितृपैतामहोचितान् ।नैतद्राजर्षिवृत्तं हि यत्र त्वं स्थातुमिच्छसि ॥ १९ ॥

Segmented

राज-धर्मान् अवेक्षस्व पितृपैतामह-उचितान् न एतत् राजर्षि-वृत्तम् हि यत्र त्वम् स्थातुम् इच्छसि

Analysis

Word Lemma Parse
राज राजन् pos=n,comp=y
धर्मान् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=p
अवेक्षस्व अवेक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
पितृपैतामह पितृपैतामह pos=a,comp=y
उचितान् उचित pos=a,g=m,c=2,n=p
pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
राजर्षि राजर्षि pos=n,comp=y
वृत्तम् वृत्त pos=n,g=n,c=1,n=s
हि हि pos=i
यत्र यत्र pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
स्थातुम् स्था pos=vi
इच्छसि इष् pos=v,p=2,n=s,l=lat