महाभारतम् — 5.130.17
Original
Segmented
कृतस्य कारणाद् राजा स्वर्गम् अत्यन्तम् अश्नुते त्रेतायाः कारणाद् राजा स्वर्गम् न अत्यन्तम् अश्नुते प्रवर्तनाद् द्वापरस्य यथाभागम् उपाश्नुते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृतस्य | कृत | pos=n,g=n,c=6,n=s |
कारणाद् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अत्यन्तम् | अत्यन्तम् | pos=i |
अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्रेतायाः | त्रेता | pos=n,g=f,c=6,n=s |
कारणाद् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अत्यन्तम् | अत्यन्तम् | pos=i |
अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रवर्तनाद् | प्रवर्तन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
द्वापरस्य | द्वापर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यथाभागम् | यथाभागम् | pos=i |
उपाश्नुते | उपाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |