महाभारतम् — 5.13.5
Original
Segmented
तत्त्वम् एतत् तु विज्ञाय यदि न ज्ञायते प्रभो ततो ऽहम् त्वाम् उपस्थास्ये सत्यम् एतद् ब्रवीमि ते एवम् उक्तः स इन्द्राण्या नहुषः प्रीतिमान् अभूत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
विज्ञाय | विज्ञा | pos=vi |
यदि | यदि | pos=i |
न | न | pos=i |
ज्ञायते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
उपस्थास्ये | उपस्था | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इन्द्राण्या | इन्द्राणी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
नहुषः | नहुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |