Original

एतच्छ्रुत्वा तु विदुरं धृतराष्ट्रोऽभ्यभाषत ।क्षिप्रमानय तं पापं राज्यलुब्धं सुयोधनम् ॥ ३० ॥

Segmented

एतत् श्रुत्वा तु विदुरम् धृतराष्ट्रो ऽभ्यभाषत क्षिप्रम् आनय तम् पापम् राज्य-लुब्धम् सुयोधनम्

Analysis

Word Lemma Parse
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
तु तु pos=i
विदुरम् विदुर pos=n,g=m,c=2,n=s
धृतराष्ट्रो धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभ्यभाषत अभिभाष् pos=v,p=3,n=s,l=lan
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
आनय आनी pos=v,p=2,n=s,l=lot
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
पापम् पाप pos=a,g=m,c=2,n=s
राज्य राज्य pos=n,comp=y
लुब्धम् लुभ् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
सुयोधनम् सुयोधन pos=n,g=m,c=2,n=s