महाभारतम् — 5.128.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तत् तु वाक्यम् अनादृत्य सो अर्थवत् मातृ-भाषितम् पुनः प्रतस्थे संरम्भात् सकाशम् अकृतात्मनाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनादृत्य | अनादृत्य | pos=i |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अर्थवत् | अर्थवत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मातृ | मातृ | pos=n,comp=y |
भाषितम् | भाष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
प्रतस्थे | प्रस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
संरम्भात् | संरम्भ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
सकाशम् | सकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अकृतात्मनाम् | अकृतात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |