Original

वैशंपायन उवाच ।तत्तु वाक्यमनादृत्य सोऽर्थवन्मातृभाषितम् ।पुनः प्रतस्थे संरम्भात्सकाशमकृतात्मनाम् ॥ १ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच तत् तु वाक्यम् अनादृत्य सो अर्थवत् मातृ-भाषितम् पुनः प्रतस्थे संरम्भात् सकाशम् अकृतात्मनाम्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
तु तु pos=i
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
अनादृत्य अनादृत्य pos=i
सो तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
अर्थवत् अर्थवत् pos=a,g=n,c=2,n=s
मातृ मातृ pos=n,comp=y
भाषितम् भाष् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
पुनः पुनर् pos=i
प्रतस्थे प्रस्था pos=v,p=3,n=s,l=lit
संरम्भात् संरम्भ pos=n,g=m,c=5,n=s
सकाशम् सकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
अकृतात्मनाम् अकृतात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=p