महाभारतम् — 5.127.14
Original
Segmented
कथम् हि स्व-जने भेदम् उपेक्षेत महामतिः भिन्नम् हि स्व-जनेन त्वाम् प्रसहिष्यन्ति शत्रवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कथम् | कथम् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जने | जन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भेदम् | भेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपेक्षेत | उपेक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
महामतिः | महामति | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भिन्नम् | भिद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जनेन | जन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्रसहिष्यन्ति | प्रसह् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
शत्रवः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |