महाभारतम् — 5.122.11
Original
Segmented
अनेकशस् त्वद्-निमित्तम् अयशस्यम् च भारत तम् अनर्थम् परिहरन्न् आत्म-श्रेयः करिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनेकशस् | अनेकशस् | pos=i |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
निमित्तम् | निमित्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अयशस्यम् | अयशस्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनर्थम् | अनर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिहरन्न् | परिहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करिष्यसि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |