महाभारतम् — 5.121.8
Original
Segmented
आवृतम् तमसा चेतः सर्वेषाम् स्वर्ग-वासिनाम् येन त्वाम् न अभिजानन्ति ततो अज्ञात्वा असि पातितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आवृतम् | आवृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तमसा | तमस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
वासिनाम् | वासिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
येन | येन | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अभिजानन्ति | अभिज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ततो | ततस् | pos=i |
अज्ञात्वा | अज्ञात्वा | pos=i |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
पातितः | पातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |