महाभारतम् — 5.12.2
Original
Segmented
देव-राज जहि क्रोधम् त्वयि क्रुद्धे जगत् विभो त्रस्तम् स असुर-गन्धर्वम् स किन्नर-महा-उरगम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
देव | देव | pos=n,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
क्रोधम् | क्रोध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
क्रुद्धे | क्रुध् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
त्रस्तम् | त्रस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
स | स | pos=i |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
गन्धर्वम् | गन्धर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
किन्नर | किंनर | pos=n,comp=y |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
उरगम् | उरग | pos=n,g=n,c=1,n=s |