महाभारतम् — 5.119.7
Original
Segmented
अतीव मद-मत्तः त्वम् न कंचिद् न अवमन्यसे मानेन भ्रष्टः स्वर्गः ते न अर्हः त्वम् पार्थिव-आत्मज न च प्रज्ञायसे गच्छ पतस्व इति तम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अतीव | अतीव | pos=i |
मद | मद | pos=n,comp=y |
मत्तः | मद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
कंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अवमन्यसे | अवमन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मानेन | मान | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भ्रष्टः | भ्रंश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्वर्गः | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
अर्हः | अर्ह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
प्रज्ञायसे | प्रज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पतस्व | पत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |