महाभारतम् — 5.117.11
Original
Segmented
गालव उवाच अश्वानाम् काङ्क्ः-अर्थानाम् षड् इमानि शतानि वै शत-द्वयेन कन्या इयम् भवता प्रतिगृह्यताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गालव | गालव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अश्वानाम् | अश्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
काङ्क्ः | काङ्क्ष् | pos=va,comp=y,f=part |
अर्थानाम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
षड् | षष् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
इमानि | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
शतानि | शत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
शत | शत | pos=n,comp=y |
द्वयेन | द्वय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
कन्या | कन्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
प्रतिगृह्यताम् | प्रतिग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |