Original

तदेवं बहुमानात्ते मयेहानीप्सितं कृतम् ।सुकृतं दुष्कृतं वा त्वं माहात्म्यात्क्षन्तुमर्हसि ॥ ११ ॥

Segmented

तद् एवम् बहु-मानात् ते मया इह अनीप्सितम् कृतम् सुकृतम् दुष्कृतम् वा त्वम् माहात्म्यात् क्षन्तुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
एवम् एवम् pos=i
बहु बहु pos=a,comp=y
मानात् मान pos=n,g=m,c=5,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
इह इह pos=i
अनीप्सितम् अनीप्सित pos=a,g=n,c=1,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सुकृतम् सुकृत pos=n,g=n,c=1,n=s
दुष्कृतम् दुष्कृत pos=n,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
माहात्म्यात् माहात्म्य pos=n,g=n,c=5,n=s
क्षन्तुम् क्षम् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat