महाभारतम् — 5.108.8
Original
Segmented
अत्र देवीम् दितिम् सुप्ताम् आत्म-प्रसव-धारिन् विगर्भाम् अकरोत् शक्रः यत्र जातो मरुत्-गणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अत्र | अत्र | pos=i |
देवीम् | देवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दितिम् | दिति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सुप्ताम् | स्वप् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
प्रसव | प्रसव | pos=n,comp=y |
धारिन् | धारिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
विगर्भाम् | विगर्भा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शक्रः | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
जातो | जन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मरुत् | मरुत् | pos=n,comp=y |
गणः | गण | pos=n,g=m,c=1,n=s |