महाभारतम् — 5.108.15
Original
Segmented
अत्र ज्योतींषि सर्वाणि विशन्ति आदित्य-मण्डलम् अष्टाविंशति-रात्रम् च चङ्क्रम्य सह भानुना निष्पतन्ति पुनः सूर्यात् सोम-संयोग-योगात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अत्र | अत्र | pos=i |
ज्योतींषि | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
विशन्ति | विश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
आदित्य | आदित्य | pos=n,comp=y |
मण्डलम् | मण्डल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अष्टाविंशति | अष्टाविंशति | pos=n,comp=y |
रात्रम् | रात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
चङ्क्रम्य | चङ्क्रम् | pos=vi |
सह | सह | pos=i |
भानुना | भानु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निष्पतन्ति | निष्पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पुनः | पुनर् | pos=i |
सूर्यात् | सूर्य | pos=n,g=m,c=5,n=s |
सोम | सोम | pos=n,comp=y |
संयोग | संयोग | pos=n,comp=y |
योगात् | योग | pos=n,g=m,c=5,n=s |