Original

सुपर्ण उवाच ।अनुशिष्टोऽस्मि देवेन गालवाज्ञातयोनिना ।ब्रूहि कामनुसंयामि द्रष्टुं प्रथमतो दिशम् ॥ १ ॥

Segmented

सुपर्ण उवाच अनुशिष्टो ऽस्मि देवेन गालवैः अज्ञात-योनिना ब्रूहि काम् अनुसंयामि द्रष्टुम् प्रथमतो दिशम्

Analysis

Word Lemma Parse
सुपर्ण सुपर्ण pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अनुशिष्टो अनुशास् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
देवेन देव pos=n,g=m,c=3,n=s
गालवैः गालव pos=n,g=m,c=8,n=s
अज्ञात अज्ञात pos=a,comp=y
योनिना योनि pos=n,g=m,c=3,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
काम् pos=n,g=f,c=2,n=s
अनुसंयामि अनुसंया pos=v,p=1,n=s,l=lat
द्रष्टुम् दृश् pos=vi
प्रथमतो प्रथमतस् pos=i
दिशम् दिश् pos=n,g=f,c=2,n=s