Original

अहं तु विबुधश्रेष्ठं देवं त्रिभुवनेश्वरम् ।विष्णुं गच्छाम्यहं कृष्णं गतिं गतिमतां वरम् ॥ १४ ॥

Segmented

अहम् तु विबुध-श्रेष्ठम् देवम् त्रिभुवन-ईश्वरम् विष्णुम् गच्छामि अहम् कृष्णम् गतिम् गतिमताम् वरम्

Analysis

Word Lemma Parse
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
तु तु pos=i
विबुध विबुध pos=n,comp=y
श्रेष्ठम् श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=2,n=s
देवम् देव pos=n,g=m,c=2,n=s
त्रिभुवन त्रिभुवन pos=n,comp=y
ईश्वरम् ईश्वर pos=n,g=m,c=2,n=s
विष्णुम् विष्णु pos=n,g=m,c=2,n=s
गच्छामि गम् pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
कृष्णम् कृष्ण pos=n,g=m,c=2,n=s
गतिम् गति pos=n,g=f,c=2,n=s
गतिमताम् गतिमत् pos=a,g=m,c=6,n=p
वरम् वर pos=a,g=m,c=2,n=s