महाभारतम् — 5.104.4
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच उक्तम् भगवता वाक्यम् उक्तम् भीष्मेण यत् क्षमम् उक्तम् बहुविधम् च एव नारदेन अपि तत् शृणु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भगवता | भगवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भीष्मेण | भीष्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
बहुविधम् | बहुविध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
नारदेन | नारद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |