Original

ज्ञातीनां दुःखकर्तारं बन्धूनां शोकवर्धनम् ।सुहृदां क्लेशदातारं द्विषतां हर्षवर्धनम् ॥ २ ॥

Segmented

ज्ञातीनाम् दुःख-कर्तारम् बन्धूनाम् शोक-वर्धनम् सुहृदाम् क्लेश-दातारम् द्विषताम् हर्ष-वर्धनम्

Analysis

Word Lemma Parse
ज्ञातीनाम् ज्ञाति pos=n,g=m,c=6,n=p
दुःख दुःख pos=n,comp=y
कर्तारम् कर्तृ pos=a,g=m,c=2,n=s
बन्धूनाम् बन्धु pos=n,g=m,c=6,n=p
शोक शोक pos=n,comp=y
वर्धनम् वर्धन pos=a,g=m,c=2,n=s
सुहृदाम् सुहृद् pos=n,g=m,c=6,n=p
क्लेश क्लेश pos=n,comp=y
दातारम् दातृ pos=a,g=m,c=2,n=s
द्विषताम् द्विष् pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part
हर्ष हर्ष pos=n,comp=y
वर्धनम् वर्धन pos=a,g=m,c=2,n=s