महाभारतम् — 5.104.19
Original
Segmented
विश्वामित्रः तु शिष्यस्य गालवस्य तपस्विनः शुश्रूषया च भक्त्या च प्रीतिमान् इति उवाच तम् अनुज्ञातो मया वत्स यथेष्टम् गच्छ गालव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विश्वामित्रः | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
शिष्यस्य | शिष्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गालवस्य | गालव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तपस्विनः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शुश्रूषया | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनुज्ञातो | अनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
वत्स | वत्स | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यथेष्टम् | यथेष्ट | pos=a,g=n,c=2,n=s |
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
गालव | गालव | pos=n,g=m,c=8,n=s |