महाभारतम् — 5.10.9
Original
Segmented
गतिः भव त्वम् देवानाम् स इन्द्राणाम् अमर-उत्तम जगद् व्याप्तम् इदम् सर्वम् वृत्रेण असुरसूदन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स | स | pos=i |
इन्द्राणाम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अमर | अमर | pos=n,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
जगद् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
व्याप्तम् | व्याप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वृत्रेण | वृत्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
असुरसूदन | असुरसूदन | pos=n,g=m,c=8,n=s |