महाभारतम् — 5.10.47
Original
Segmented
दिवि देवर्षि च अपि देवराज-विनाकृताः न च स्म कश्चिद् देवानाम् राज्याय कुरुते मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
देवर्षि | देवर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
देवराज | देवराज | pos=n,comp=y |
विनाकृताः | विनाकृत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
राज्याय | राज्य | pos=n,g=n,c=4,n=s |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |