महाभारतम् — 5.10.27
Original
Segmented
शल्य उवाच महा-ऋषि-वचनम् श्रुत्वा तान् उवाच महा-द्युतिः अवश्यम् भगवन्तो मे माननीयाः तपस्विनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शल्य | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
द्युतिः | द्युति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
भगवन्तो | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
माननीयाः | मानय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
तपस्विनः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |