महाभारतम् — 5.1.13
Original
Segmented
एवम् गते धर्मसुतस्य राज्ञो दुर्योधनस्य अपि च यत् हितम् स्यात् तत् चिन्तयध्वम् कुरु-पाण्डवानाम् धर्म्यम् च युक्तम् च यशस्करम् च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
गते | गम् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
धर्मसुतस्य | धर्मसुत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दुर्योधनस्य | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चिन्तयध्वम् | चिन्तय् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
धर्म्यम् | धर्म्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
युक्तम् | युक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
यशस्करम् | यशस्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |