महाभारतम् — 4.9.6
Original
Segmented
विराट उवाच त्वम् ब्राह्मणो यदि वा क्षत्रियो ऽसि समुद्रनेमी-ईश्वर-रूपवान् असि आचक्ष्व मे तत्त्वम् अमित्र-कर्शनैः न वैश्य-कर्म त्वयि विद्यते समम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विराट | विराट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
क्षत्रियो | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
समुद्रनेमी | समुद्रनेमी | pos=n,comp=y |
ईश्वर | ईश्वर | pos=n,comp=y |
रूपवान् | रूपवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
आचक्ष्व | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अमित्र | अमित्र | pos=n,comp=y |
कर्शनैः | कर्शन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
वैश्य | वैश्य | pos=n,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
समम् | सम | pos=n,g=n,c=1,n=s |