महाभारतम् — 4.8.32
Original
Segmented
सुदेष्णा उवाच एवम् त्वाम् वासयिष्यामि यथा त्वम् नन्दिनि इच्छसि न च पादौ न च उच्छिष्टम् स्प्रक्ष्यसि त्वम् कथंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुदेष्णा | सुदेष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
वासयिष्यामि | वासय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
यथा | यथा | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
नन्दिनि | नन्दिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
पादौ | पाद | pos=n,g=m,c=2,n=d |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
उच्छिष्टम् | उच्छिष्ट | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स्प्रक्ष्यसि | स्पृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कथंचन | कथंचन | pos=i |