महाभारतम् — 4.8.30
Original
Segmented
यो हि माम् पुरुषो गृध्येद् यथा अन्याः प्राकृत-स्त्रियः ताम् एव स ततो रात्रिम् प्रविशेद् अपराम् तनुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
पुरुषो | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गृध्येद् | गृध् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यथा | यथा | pos=i |
अन्याः | अन्य | pos=n,g=f,c=2,n=p |
प्राकृत | प्राकृत | pos=a,comp=y |
स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=2,n=p |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
रात्रिम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रविशेद् | प्रविश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अपराम् | अपर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तनुम् | तनु | pos=n,g=f,c=2,n=s |