Original

आराधयं सत्यभामां कृष्णस्य महिषीं प्रियाम् ।कृष्णां च भार्यां पाण्डूनां कुरूणामेकसुन्दरीम् ॥ १७ ॥

Segmented

आराधयम् सत्यभामाम् कृष्णस्य महिषीम् प्रियाम् कृष्णाम् च भार्याम् पाण्डूनाम् कुरूणाम् एक-सुन्दरीम्

Analysis

Word Lemma Parse
आराधयम् आराधय् pos=v,p=1,n=s,l=lan
सत्यभामाम् सत्यभामा pos=n,g=f,c=2,n=s
कृष्णस्य कृष्ण pos=n,g=m,c=6,n=s
महिषीम् महिषी pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रियाम् प्रिय pos=a,g=f,c=2,n=s
कृष्णाम् कृष्णा pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
भार्याम् भार्या pos=n,g=f,c=2,n=s
पाण्डूनाम् पाण्डु pos=n,g=m,c=6,n=p
कुरूणाम् कुरु pos=n,g=m,c=6,n=p
एक एक pos=n,comp=y
सुन्दरीम् सुन्दर pos=a,g=f,c=2,n=s