महाभारतम् — 4.65.5
Original
Segmented
श्रीमतः पाण्डवान् दृष्ट्वा ज्वलतः पावकान् इव अथ मत्स्यो ऽब्रवीत् कङ्कम् देव-रूपम् अवस्थितम् मरुत्-गणैः उपासीनम् त्रिदशानाम् इव ईश्वरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रीमतः | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
ज्वलतः | ज्वल् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
पावकान् | पावक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
अथ | अथ | pos=i |
मत्स्यो | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कङ्कम् | कङ्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
रूपम् | रूप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवस्थितम् | अवस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
मरुत् | मरुत् | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपासीनम् | उपास् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
त्रिदशानाम् | त्रिदश | pos=n,g=m,c=6,n=p |
इव | इव | pos=i |
ईश्वरम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |