Original

तत्र मे रोमहर्षोऽभूदूरुस्तम्भश्च मारिष ।यदभ्रघनसंकाशमनीकं व्यधमच्छरैः ॥ २७ ॥

Segmented

तत्र मे रोम-हर्षः ऽभूद् ऊरू-स्तम्भः च मारिष यद् अभ्र-घन-संकाशम् अनीकम् व्यधमत् शरैः

Analysis

Word Lemma Parse
तत्र तत्र pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
रोम रोमन् pos=n,comp=y
हर्षः हर्ष pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभूद् भू pos=v,p=3,n=s,l=lun
ऊरू ऊरु pos=n,comp=y
स्तम्भः स्तम्भ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
मारिष मारिष pos=n,g=m,c=8,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अभ्र अभ्र pos=n,comp=y
घन घन pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=n,c=2,n=s
अनीकम् अनीक pos=n,g=n,c=2,n=s
व्यधमत् विधम् pos=v,p=3,n=s,l=lan
शरैः शर pos=n,g=m,c=3,n=p