महाभारतम् — 4.64.14
Original
Segmented
मनुष्य-लोके सकले यस्य तुल्यो न विद्यते यः समुद्र इव अक्षोभ्यः कालाग्निः इव दुःसहः तेन भीष्मेण ते तात कथम् आसीत् समागमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मनुष्य | मनुष्य | pos=n,comp=y |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सकले | सकल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तुल्यो | तुल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समुद्र | समुद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अक्षोभ्यः | अक्षोभ्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कालाग्निः | कालाग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
दुःसहः | दुःसह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भीष्मेण | भीष्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
समागमः | समागम | pos=n,g=m,c=1,n=s |