महाभारतम् — 4.62.5
Original
Segmented
अर्जुन उवाच स्वस्ति व्रजत भद्रम् वो न भेतव्यम् कथंचन न अहम् आर्तान् जिघांसामि भृशम् आश्वासयामि वः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
व्रजत | व्रज् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वो | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
न | न | pos=i |
भेतव्यम् | भी | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आर्तान् | आर्त | pos=a,g=m,c=2,n=p |
जिघांसामि | जिघांस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
आश्वासयामि | आश्वासय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=p |