महाभारतम् — 4.62.11
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच उत्तरः त्वरमाणः ऽथ दूतान् आज्ञापयत् ततः वचनाद् अर्जुनस्य एव आचक्षध्वम् जयम् मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उत्तरः | उत्तर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वरमाणः | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽथ | अथ | pos=i |
दूतान् | दूत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आज्ञापयत् | आज्ञापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ततः | ततस् | pos=i |
वचनाद् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
आचक्षध्वम् | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |