महाभारतम् — 4.61.7
Original
Segmented
ते सर्वतः संपरिवार्य पार्थम् अस्त्राणि दिव्यानि समाददानाः ववर्षुः अभ्येत्य शरैः समन्तान् मेघा यथा भूधरम् अम्बु-वेगैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
संपरिवार्य | संपरिवारय् | pos=vi |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=p |
समाददानाः | समादा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ववर्षुः | वृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अभ्येत्य | अभ्ये | pos=vi |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
समन्तान् | समन्तात् | pos=i |
मेघा | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यथा | यथा | pos=i |
भूधरम् | भूधर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अम्बु | अम्बु | pos=n,comp=y |
वेगैः | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=p |