महाभारतम् — 4.61.26
Original
Segmented
पितामहम् शांतनवम् स वृद्धम् द्रोणम् गुरुम् च प्रतिपूज्य मूर्ध्ना द्रौणिम् कृपम् च एव गुरून् च सर्वाञ् शरैः विचित्रैः अभिवाद्य च एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शांतनवम् | शांतनव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृद्धम् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
द्रोणम् | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गुरुम् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
प्रतिपूज्य | प्रतिपूजय् | pos=vi |
मूर्ध्ना | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
द्रौणिम् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृपम् | कृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
गुरून् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
सर्वाञ् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विचित्रैः | विचित्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |