Original

स तेन बाणेन समर्पितेन जाम्बूनदाभेन सुसंशितेन ।रराज राजन्महनीयकर्मा यथैकपर्वा रुचिरैकशृङ्गः ॥ ३ ॥

Segmented

स तेन बाणेन समर्पितेन जाम्बूनद-आभेन सु संशितेन रराज राजन् महनीय-कर्मा यथा एक-पर्वा रुचिर-एकशृङ्गः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तेन तद् pos=n,g=m,c=3,n=s
बाणेन बाण pos=n,g=m,c=3,n=s
समर्पितेन समर्पय् pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
जाम्बूनद जाम्बूनद pos=n,comp=y
आभेन आभ pos=a,g=m,c=3,n=s
सु सु pos=i
संशितेन संशा pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
रराज राज् pos=v,p=3,n=s,l=lit
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
महनीय महनीय pos=a,comp=y
कर्मा कर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
एक एक pos=n,comp=y
पर्वा पर्वन् pos=n,g=m,c=1,n=s
रुचिर रुचिर pos=a,comp=y
एकशृङ्गः एकशृङ्ग pos=n,g=m,c=1,n=s