महाभारतम् — 4.58.2
Original
Segmented
पुनः ईयुः सु संरब्धाः धनञ्जय-जिघांसया विस्फारय् चापानि बलवन्ति दृढानि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुनः | पुनर् | pos=i |
ईयुः | इ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
सु | सु | pos=i |
संरब्धाः | संरभ् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
धनञ्जय | धनंजय | pos=n,comp=y |
जिघांसया | जिघांसा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
विस्फारय् | विस्फारय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
चापानि | चाप | pos=n,g=n,c=2,n=p |
बलवन्ति | बलवत् | pos=a,g=n,c=2,n=p |
दृढानि | दृढ | pos=a,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |