महाभारतम् — 4.53.26
Original
Segmented
स सायक-मयैः जालैः अर्जुनस्य रथम् प्रति भानुमद्भिः शिला-धौतैः भानोः प्रच्छादयत् प्रभाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सायक | सायक | pos=n,comp=y |
मयैः | मय | pos=a,g=n,c=3,n=p |
जालैः | जाल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
भानुमद्भिः | भानुमत् | pos=a,g=n,c=3,n=p |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
धौतैः | धौत | pos=a,g=n,c=3,n=p |
भानोः | भानु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रच्छादयत् | प्रच्छादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रभाम् | प्रभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |