महाभारतम् — 4.51.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तानि अनीकानि अदृश्यन्त कुरूणाम् उग्र-धन्विनाम् संसर्पन्तो यथा मेघा घर्म-अन्ते मन्द-मारुताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अनीकानि | अनीक | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अदृश्यन्त | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
धन्विनाम् | धन्विन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
संसर्पन्तो | संसृप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यथा | यथा | pos=i |
मेघा | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
घर्म | घर्म | pos=n,comp=y |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मन्द | मन्द | pos=a,comp=y |
मारुताः | मारुत | pos=n,g=m,c=1,n=p |