महाभारतम् — 4.49.6
Original
Segmented
स तैः हयैः वात-जवैः बृहद्भिः पुत्रो विराटस्य सुवर्ण-कक्ष्या विध्वंसयन् तद्-रथिन् अनीकम् ततो ऽवहत् पाण्डवम् आजि-मध्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हयैः | हय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वात | वात | pos=n,comp=y |
जवैः | जव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बृहद्भिः | बृहत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विराटस्य | विराट | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सुवर्ण | सुवर्ण | pos=n,comp=y |
कक्ष्या | कक्ष्या | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विध्वंसयन् | विध्वंसय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
रथिन् | रथिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
अनीकम् | अनीक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽवहत् | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आजि | आजि | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |