महाभारतम् — 4.46.2
Original
Segmented
आचार्यो न अभिषञ्ज् पुरुषेण विजानता देश-कालौ तु सम्प्रेक्ष्य योद्धव्यम् इति मे मतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आचार्यो | आचार्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अभिषञ्ज् | अभिषञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
पुरुषेण | पुरुष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विजानता | विज्ञा | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
देश | देश | pos=n,comp=y |
कालौ | काल | pos=n,g=m,c=2,n=d |
तु | तु | pos=i |
सम्प्रेक्ष्य | सम्प्रेक्ष् | pos=vi |
योद्धव्यम् | युध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |