महाभारतम् — 4.42.23
Original
Segmented
अश्वानाम् हेषितम् श्रुत्वा का प्रशंसा भवेत् परे स्थाने वा अपि व्रजन्तो वा सदा हेषन्ति वाजिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अश्वानाम् | अश्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हेषितम् | हेषित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रशंसा | प्रशंसा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
परे | पर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
व्रजन्तो | व्रज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वा | वा | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
हेषन्ति | हेष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
वाजिनः | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |