महाभारतम् — 4.40.23
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततो निर्मुच्य बाहुभ्याम् वलयानि स वीर्यवान् चित्रे दुन्दुभि-संनादे प्रत्यमुञ्चत् तले शुभे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
निर्मुच्य | निर्मुच् | pos=vi |
बाहुभ्याम् | बाहु | pos=n,g=m,c=3,n=d |
वलयानि | वलय | pos=n,g=n,c=2,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
चित्रे | चित्र | pos=a,g=m,c=7,n=s |
दुन्दुभि | दुन्दुभि | pos=n,comp=y |
संनादे | संनाद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रत्यमुञ्चत् | प्रतिमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तले | तल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शुभे | शुभ | pos=a,g=m,c=7,n=s |