महाभारतम् — 4.4.40
Original
Segmented
यो वै गृहेभ्यः प्रवसन् प्रियाणाम् न अनुसंस्मरेत् दुःखेन सुखम् अन्विच्छेत् स राज-वसतिम् वसेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
गृहेभ्यः | गृह | pos=n,g=m,c=5,n=p |
प्रवसन् | प्रवस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रियाणाम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
अनुसंस्मरेत् | अनुसंस्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
दुःखेन | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अन्विच्छेत् | अन्विष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
वसतिम् | वसति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वसेत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |